दाद खाज खुजली से छुट्टी मात्रा 20 दिन में ! करें ये उपाय

आज हम बात करेंगे दाद, खाज, और खुजली और त्वचा पर होने वाले संक्रमित रोगों जो कि खाज, खुजली, सोरायसिस और एक्जिमा जैसी बीमारी के बारें जिनका एलोपेथी में बिलकुल भी इलाज नहीं है, लेकिन इसका आयुर्वेद में शतप्रतिशत इलाज संभव है और डंडा थूहर तेल आयुर्वेदिक है इसका बहुत ही अच्छा परिणाम है जिसके बारे में पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण भी कई बार चर्चा करते हैं। अगर किसी को दाद खाज खुजली है तो इस तेल के उपयोग से मात्र 20 दिन में दाद खाज और खुजली समाप्त हो जाएगी और यदि किसी को लम्बे समय से ये परेशानी है तो आप इसका उपयोग निरंतर एक से दो माह तक लगातार करें इससे दाद खाज खुजली अवश्य मिटता है। डंडा थूहर तेल खरीदने के लिए आप इसे हमारी वेबसाइट www.ancientherbsindia.com से मंगवा सकते हैं या आप हमसे अपनी समस्या को बता कर भी इसे हमसे मंगवा सकते हैं उसके लिए आप कॉल करें 7073725382 और 8905886995 पर व्हाट्सप्प भी कर सकते हैं। अब इसके कारण और आयुर्वेदिक उपचार और इसके प्रकार के बारे में पड़ते हैं।

दाद खाज खुजली के कारण क्या है ?

daad khaj khujli ke karan kya hain

दाद खाज खुजली होने के कई कारण हो सकते हैं एलेर्जी (allergy), इन्फेक्शन (Infection), जलन होना और रासायनिक पदार्थों के लगातार उपयोग से और कई कारण इसके हो सकते हैं जैसे संक्रमण एक दुसरे से मिलने पर ये समस्या स्थानांतरित हो जाती है। ये निम्न प्रकार हो सकती है आइये विस्तार से समझते हैं –

  • एलर्जी – ये तब हो सकती है जब आप किसी ऐसी विशेष वस्तु के संपर्क में आ जाएं जो बहुत जल्दी अपना प्रभाव दिखती है और जब आप किसी दूसरी वस्तु के संपर्क में आते हैं तो आपका शरीर आपकी ही एंटीबाडीज से लड़ने लगता है जिससे आपकी त्वचा लाल होती है और फिर उसमे खुजली होने  लगती है। एलेर्जी किसी दुसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से होती है जब वह या हाथ मिलाये या फिर गले मिले।
  • संक्रमण – ये दाद खाज और खुजली होने का दूसरा कारण है। संक्रमण तब होता है जब आपकी त्वचा के ऊपर की सतह पर कोई किसी भी पप्रकार का फंगल इन्फेक्शन या बैक्टीरिआ संक्रमण होता हैतो वह त्वचा के अंदर भी संक्रमण करता है जिससे ये दाद खाज खुजली होती है। ये फंगल संक्रमण हो सकता है आपकी त्वचा पर किसी छोटी फुंशी या पिम्पल के रूप में और फोड़ने पर उसमे जो पानी निकलता है वो फुंगले इन्फेक्शन होता है। इससे आपके उसी शरीर के हिस्से में खुजली होने लगती है और फिर कुछ समय के बाद ये दाद और खाज का रूप ले लेता है। ये दाद खाज खुजली के होने का मुख्य कारण है।
  • जलन – दाद खाज खुजली के ये 3 मुख्य कारण है जब ज्यादा केमिकल वाले पदार्थों और गरम पदार्थों का उपयोग करते हैं तो उसके कारण दाद खाज और खजुली होती है। जब त्वचा में जलन हो तब ये होती है आपको ऐसी चीज़ों का उपयोग कम करना जिनका तासीर ज्यादा होता है जिनकी Heat Sensivity ज्यादा होती है।
  • वातावरणीय कारण – गर्मी, गीला माहौल या फिर उन वस्तुओं को छूना जिसने संक्रमण होता है और एक ही जोड़ी कपडे या दैनिक जीवन की वस्तुओं को बार बार बिना सफाई के उपयोग करना।
  • आनुवंशिक कारण – कुछ लोगों को Psoriasis (सोरायसिस), Eczema (एक्जिमा) और Dermatitis (डर्मेटाइटिस) ये रोग पीढ़ी दर पीढ़ी होते रहते हैं क्योंकि इस समस्या का जड़ से ख़त्म होना जरूरी है तभी ये रोग रुक सकता है इसके लिए आप डंडा थूहर तेल का उपयोग करो।
  • दिनचर्या – ये भी मुख कारण हो सकता है क्योंकि लोग आलसी बहुत हैं ये एक ही कपडे को तीन तीन पहन रहे हैं और उनको लगता है कि पानी की बचत कर रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है आप अपने शरीर को रोगों के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। इसलिए ऐसी जिसका दूसरी बार उपयोग संभव नहीं है उसका उपयोग बिलकुल न करें।  और जो लोग स्वच्छता का बिलकुल ध्यान नहीं रखते हैं और ही साबुन से नहाते हैं और एक से हाथ धोते हैं और ही तौलिया से पोंछते भी हैं उनको भी ये दाद खाज खुजली अवस्य होती हैं।

चर्म रोगों के प्रकार ?

psoriasis ka desi ilaj

दाद (Psoriasis) – ये प्रकार का चर्म रोग है इसमें हमारे शरीर की त्वचा विकास होता है जो की दाद के रूप में बढ़ता जाता है एक लाल गोल छल्ला जैसा बन जाता है। इसका कारण ये होता है जब हमारे शरीर की एंटीबाडीज हमारे शरीर के खिलाफ काम करती हैं। ये रोग ज्यादा प्रभावी नहीं है कई बार ये स्वयं ही समाप्त हो जाता है।

एक्जिमा (Eczema) – ये चर्म रोगो वही समस्या है इसमें रोगी के शरीर में लाल धब्बा होता है और सूजन होती है और फिर बहुत ही मीठी मीठी खुजली है और ये धीरे धीरे बढ़ने लगती है। ये रोग लम्बे समय तक रहता है आसानी से खत्म नहीं होता है क्योंकि हमारे शरीर में जो छोटे छोटे छिद्र होते हैं और उसमे जब अन्य कण घुसते हैं तो ये प्रितिक्रिया चालू ही रहती है। इसकी पहचान है त्वचा का लाल होना और सूजन आना और हल्की मीठी मीठी खुजली होना।

खुजली (Itching) – ये एक आम समस्या है और किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो जाती है और फिर जल्दी ही अपने आप ख़त्म भी हो जाती है। खुजली किसी बाहरी वस्तु से हो सकती है या ज्यादा पसीना आये तो हो सकती है ये सबसे छोटा है और आम खुजली का एक रूप है।

दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक उपाय !

डंडा थूहर तेल एक आयुएवेदिक उपाय है और इसको बनाने की विधि हमने इस वीडियो में बताई है। दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक उपाय हम करते हैं इससे ये बीमारी अवश्य ही 15 से 20 दिन में मिट जाती है। क्योंकि इसका इलाज एलोपेथी में संभव नहीं इसलिए सिर्फ इसका इलाज आयुर्वेद में ही है और हमने पहले भी बताया है कि इसके बारे में आचार्य बालकृष्ण ने भी बताया और हमने भी इसका प्रयोग सैकड़ों लोगों पर किया है। ये मात्रा एक ऐसा उपाय है जिससे दाद खाज और खुजली और सोराइसिस और एक्जिमा जैसी बीमारी को मिटाता है।

दाद खाज खुजली का रामबाण इलाज ?

दाद खाज खुजली रामबाण इलाज डंडा थूहर तेल है।

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