दाद खाज खुजली से छुट्टी मात्रा 20 दिन में ! करें ये उपाय

आज हम बात करेंगे दाद, खाज, और खुजली और त्वचा पर होने वाले संक्रमित रोगों जो कि खाज, खुजली, सोरायसिस और एक्जिमा जैसी बीमारी के बारें जिनका एलोपेथी में बिलकुल भी इलाज नहीं है, लेकिन इसका आयुर्वेद में शतप्रतिशत इलाज संभव है और डंडा थूहर तेल आयुर्वेदिक है इसका बहुत ही अच्छा परिणाम है जिसके बारे में पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण भी कई बार चर्चा करते हैं। अगर किसी को दाद खाज खुजली है तो इस तेल के उपयोग से मात्र 20 दिन में दाद खाज और खुजली समाप्त हो जाएगी और यदि किसी को लम्बे समय से ये परेशानी है तो आप इसका उपयोग निरंतर एक से दो माह तक लगातार करें इससे दाद खाज खुजली अवश्य मिटता है। डंडा थूहर तेल खरीदने के लिए आप इसे हमारी वेबसाइट www.ancientherbsindia.com से मंगवा सकते हैं या आप हमसे अपनी समस्या को बता कर भी इसे हमसे मंगवा सकते हैं उसके लिए आप कॉल करें 7073725382 और 8905886995 पर व्हाट्सप्प भी कर सकते हैं। अब इसके कारण और आयुर्वेदिक उपचार और इसके प्रकार के बारे में पड़ते हैं।

दाद खाज खुजली के कारण क्या है ?

daad khaj khujli ke karan kya hain

दाद खाज खुजली होने के कई कारण हो सकते हैं एलेर्जी (allergy), इन्फेक्शन (Infection), जलन होना और रासायनिक पदार्थों के लगातार उपयोग से और कई कारण इसके हो सकते हैं जैसे संक्रमण एक दुसरे से मिलने पर ये समस्या स्थानांतरित हो जाती है। ये निम्न प्रकार हो सकती है आइये विस्तार से समझते हैं –

  • एलर्जी – ये तब हो सकती है जब आप किसी ऐसी विशेष वस्तु के संपर्क में आ जाएं जो बहुत जल्दी अपना प्रभाव दिखती है और जब आप किसी दूसरी वस्तु के संपर्क में आते हैं तो आपका शरीर आपकी ही एंटीबाडीज से लड़ने लगता है जिससे आपकी त्वचा लाल होती है और फिर उसमे खुजली होने  लगती है। एलेर्जी किसी दुसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से होती है जब वह या हाथ मिलाये या फिर गले मिले।
  • संक्रमण – ये दाद खाज और खुजली होने का दूसरा कारण है। संक्रमण तब होता है जब आपकी त्वचा के ऊपर की सतह पर कोई किसी भी पप्रकार का फंगल इन्फेक्शन या बैक्टीरिआ संक्रमण होता हैतो वह त्वचा के अंदर भी संक्रमण करता है जिससे ये दाद खाज खुजली होती है। ये फंगल संक्रमण हो सकता है आपकी त्वचा पर किसी छोटी फुंशी या पिम्पल के रूप में और फोड़ने पर उसमे जो पानी निकलता है वो फुंगले इन्फेक्शन होता है। इससे आपके उसी शरीर के हिस्से में खुजली होने लगती है और फिर कुछ समय के बाद ये दाद और खाज का रूप ले लेता है। ये दाद खाज खुजली के होने का मुख्य कारण है।
  • जलन – दाद खाज खुजली के ये 3 मुख्य कारण है जब ज्यादा केमिकल वाले पदार्थों और गरम पदार्थों का उपयोग करते हैं तो उसके कारण दाद खाज और खजुली होती है। जब त्वचा में जलन हो तब ये होती है आपको ऐसी चीज़ों का उपयोग कम करना जिनका तासीर ज्यादा होता है जिनकी Heat Sensivity ज्यादा होती है।
  • वातावरणीय कारण – गर्मी, गीला माहौल या फिर उन वस्तुओं को छूना जिसने संक्रमण होता है और एक ही जोड़ी कपडे या दैनिक जीवन की वस्तुओं को बार बार बिना सफाई के उपयोग करना।
  • आनुवंशिक कारण – कुछ लोगों को Psoriasis (सोरायसिस), Eczema (एक्जिमा) और Dermatitis (डर्मेटाइटिस) ये रोग पीढ़ी दर पीढ़ी होते रहते हैं क्योंकि इस समस्या का जड़ से ख़त्म होना जरूरी है तभी ये रोग रुक सकता है इसके लिए आप डंडा थूहर तेल का उपयोग करो।
  • दिनचर्या – ये भी मुख कारण हो सकता है क्योंकि लोग आलसी बहुत हैं ये एक ही कपडे को तीन तीन पहन रहे हैं और उनको लगता है कि पानी की बचत कर रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है आप अपने शरीर को रोगों के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। इसलिए ऐसी जिसका दूसरी बार उपयोग संभव नहीं है उसका उपयोग बिलकुल न करें।  और जो लोग स्वच्छता का बिलकुल ध्यान नहीं रखते हैं और ही साबुन से नहाते हैं और एक से हाथ धोते हैं और ही तौलिया से पोंछते भी हैं उनको भी ये दाद खाज खुजली अवस्य होती हैं।

चर्म रोगों के प्रकार ?

psoriasis ka desi ilaj

दाद (Psoriasis) – ये प्रकार का चर्म रोग है इसमें हमारे शरीर की त्वचा विकास होता है जो की दाद के रूप में बढ़ता जाता है एक लाल गोल छल्ला जैसा बन जाता है। इसका कारण ये होता है जब हमारे शरीर की एंटीबाडीज हमारे शरीर के खिलाफ काम करती हैं। ये रोग ज्यादा प्रभावी नहीं है कई बार ये स्वयं ही समाप्त हो जाता है।

एक्जिमा (Eczema) – ये चर्म रोगो वही समस्या है इसमें रोगी के शरीर में लाल धब्बा होता है और सूजन होती है और फिर बहुत ही मीठी मीठी खुजली है और ये धीरे धीरे बढ़ने लगती है। ये रोग लम्बे समय तक रहता है आसानी से खत्म नहीं होता है क्योंकि हमारे शरीर में जो छोटे छोटे छिद्र होते हैं और उसमे जब अन्य कण घुसते हैं तो ये प्रितिक्रिया चालू ही रहती है। इसकी पहचान है त्वचा का लाल होना और सूजन आना और हल्की मीठी मीठी खुजली होना।

खुजली (Itching) – ये एक आम समस्या है और किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो जाती है और फिर जल्दी ही अपने आप ख़त्म भी हो जाती है। खुजली किसी बाहरी वस्तु से हो सकती है या ज्यादा पसीना आये तो हो सकती है ये सबसे छोटा है और आम खुजली का एक रूप है।

दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक उपाय !

डंडा थूहर तेल एक आयुएवेदिक उपाय है और इसको बनाने की विधि हमने इस वीडियो में बताई है। दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक उपाय हम करते हैं इससे ये बीमारी अवश्य ही 15 से 20 दिन में मिट जाती है। क्योंकि इसका इलाज एलोपेथी में संभव नहीं इसलिए सिर्फ इसका इलाज आयुर्वेद में ही है और हमने पहले भी बताया है कि इसके बारे में आचार्य बालकृष्ण ने भी बताया और हमने भी इसका प्रयोग सैकड़ों लोगों पर किया है। ये मात्रा एक ऐसा उपाय है जिससे दाद खाज और खुजली और सोराइसिस और एक्जिमा जैसी बीमारी को मिटाता है।

दाद खाज खुजली का रामबाण इलाज ?

दाद खाज खुजली रामबाण इलाज डंडा थूहर तेल है।

Get rid of asthma in just three pills. Do these remedies to get rid of asthma root free pills!

Hello friends, welcome to this blog. Today we will tell you about the medicine which can completely eliminate asthma, asthma and respiratory diseases, by consuming which you will be free from asthma forever. We have been making this medicine Asthma Root Free Tablet for the last 7 to 8 years and people are using it and we have saved the lives of thousands of people with it. When it is the rainy season, people who have asthma, asthma and breathing problems face a lot of problems. During the cold and rainy season, you can consume this medicine with your eyes closed because this medicine is very successful because the people who have Have also taken this medicine and have got immense benefits. There is no side effect of this medicine because this medicine is Ayurvedic and no chemical of any kind is mixed in it. By using it, your asthma and breathing will be completely cured within 3 months. Ayurvedic medicine is Asthma Root Free Tablet and you can completely trust it. Thousands of people have ordered it from us and you can also order it. You can buy it from our website www.ancientherbsindia.com or you can also get it by talking to us on call. To call, you call 7073725382 and 8905886995. Now further we will show you how the medicine is made and how it works.

How does Asthma occur?

There can be many reasons for asthma disease like an environment full of dust, having ever had pneumonia in childhood, genetic reasons, dust particles in the environment around us and whatever polluted air is inhaled through our respiratory tubes. It reaches inside and gets deposited in the respiratory tubes and from the respiratory tubes it starts getting accumulated in the lungs due to which that waste again starts forming mucus, and then when you breathe, you again face problem in it, this causes chest tightness. And there is a lot of breathing in the morning and evening. And then you start feeling short of breath, if you do any small work then there is a lot of difficulty in your breathing. So these problems make your body weak and weaken the immune system. And then you start taking inhalers/pumps and it doesn’t help but you start getting more harm from it. Because you use allopathic medicines, you may have stomach problems, although these may give you some relief. But our medicine Asthma Root Free Tablet does not have any side effects.

How to make asthma pills?

For how we make asthma root free pills, you can watch this complete video in which we have explained the complete method of making the pills and goat milk is used in this medicine.

सिर्फ तीन गोलियों में अस्थमा जड़ से खत्म | करें ये उपाय अस्थमा जड़ मुक्त गोली !

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका इस ब्लॉग में आज हम आपको अस्थमा, दमा और स्वांस की बीमारी को जड़ से ख़तम करने वाली उस दवा के बारे में बताएँगे जिसके सेवन से आप हमेशा के लिए अस्थमा से मुक्त हो जाओगे। इस दवा अस्थमा जड़ मुक्त गोली को हम विगत 7 से 8 वर्षों से बना रहे हैं और लोग इसका उपयोग करते हैं और इससे हमने हजारों लोगों की जान बचाई है। जब बारिश का मौसम होता है तो जिनको भी अस्थमा, दमा और सांस की प्रॉब्लम है उनको बहुत परेशानी होती है सर्दी और बारिश के मौसम में तो आप लोग इस दवा का सेवन आँख बंद करके कर सकते हैं क्योंकि ये दवा बिलकुल सफल है क्योंकि जिन लोगों ने भी इस दवा का सेवन किया है उनको बहुत ही ज्यादा लाभ मिला है। इस दवा का कोई भी नुकशान नहीं है क्योंकि ये दवा आयुर्वेदिक है और इसमें किसी भी प्रकार का कोई केमिकल नहीं मिलाया जाता है। इसके उपयोग से मात्रा 3 महीने में आपके अस्थमा, दमा और साँस बिलकुल ठीक हो जायेगा। आयुर्वेद की दवा है अस्थमा जड़ मुक्त गोली और आप इस पर पूरा भरोसा कर सकते हैं। हजारों लोगों ने इसे हमसे मंगाया है और आप भी मंगवा सकते हैं। आप हमारी वेबसाइट www.ancientherbsindia.com से खरीद सकते हैं या आप हमसे कॉल पर बात करके भी इसे मंगवा सकते हैं। कॉल करने के लिए आप 7073725382 और 8905886995 पर कॉल करें। अब आगे आपको दिखाएंगे कि हम दवा कैसे बनते हैं और यह कैसे काम करती है।

अस्थमा, दमा होता कैसे है ?

अस्थमा बीमारी होने के कई कारण हो सकते हैं धूल मिट्टी के कड़ों से भरा वातावरण, बचपन में कभी Pneumonia हुआ हो, आनुवंशिकी कारण, हमारे चरों तरफ के वातावरण में धुल मिटटी के कण और जितनी भी प्रदूषित वायु होती है वो हमारे साँस नलिकाओं के द्वारा अंदर पहुंचती है और स्वांस नालियों में जमा हो जाती है और स्वांस नलिकाओं से फेफड़ों में जमा होने लगता है जिससे वो कचरा फिर बलगम बनाने लगता है, और फिर जब आप साँस लेते हैं तो आपको फिर उसमे दिक्कत आती है इससे सीने में जकड़न होती है और सुबह और शाम को तो साँस लेने में बहुत होती है। और फिर दम फूलने लगता है अगर आप कोई छोटा सा काम करो तो आपकी साँस लेने में बहुत परेशानी होती है। तो ये समस्या आपके शरीर को कमजोर बनाते हैं इम्यून सिस्टम को कमजोर करते हैं। और फिर उसके इन्हेलर/ पम्प लेने लगते हैं और इससे ठीक तो नहीं होती है लेकिन आपको इसके नुकशान फिर और ज्यादा होने लगते हैं। क्योंकि आप एलोपेथी की दवा उपयोग करते हैं तो आपको पेट समस्याएँ हो सकती हैं, क्योंकि इनसे आपको थोड़ा सा आराम मिल सकता है। लेकिन हमारी दवा अस्थमा जड़ मुक्त गोली का कोई भी नुकशान नहीं है।

अस्थमा की गोलियां कैसे बनाते हैं ?

अस्थमा जड़ मुक्त गोलियां हम कैसे बनाते हैं इसके लिए आप ये पूरी वीडियो देख हैं जिसमे हमने पूरा तरीका गोली बनाने का बताया है और ये दवा में बकरी के दूध का उपयोग किया जाता है।

अब बिना हेयर ट्रांसप्लांट के भी उगेंगे नए बाल !ततैया छत्ता तेल में है बाल उगाने का प्राकृतिक गुण।

दोस्तों, आज हम बात करेंगे की ततैया के छत्ते के तेल से बाल कैसे उगाएं। दोस्तों मार्किट में अभी भी बहुत लोग ततैया का छत्ता का तेल बनाकर दे रहा हैं। लेकिन उन लोगों को यह भी नहीं पता है, कि ततैया के छत्ते में ऐसा क्या होता है जिससे बाल वापस आते हैं। ऐसा अभी बहुत हो रहा है ना वो कोई डॉक्टर हैं ना कोई वो हेयर स्पेशलिस्ट है। उनकों बालों के एनाटोमी के बारे में भी नहीं पता है। हम इस तेल को पिछले 6 साल से बना रहे हैं। और इसके रिजल्ट भी लोग हमको बताते हैं। हमारा ततैया के छत्ते का ऑइल शुद्ध है और ये बहुत हुई प्रभावशाली है। तो आज हम आपको बताएँगे की ततैया के छत्ते से बाल आने साइंटिफिक रीज़न क्या है , हमारा आयल लेना के लिए आप हमारी वेबसाइट www.ancientherbsindia.com से खरीद सकते हैं।

बिना हेयर ट्रांसप्लांट के ततैया के छत्ते से बाल उगेंगे।

ततैया के छत्ते से बाल आने का वैज्ञानिक कारण (Scientific Reason)

अगर आपके बाल झड़ रहे है, या गंजापन हो रहा है या जल्दी ही कम उम्र में आपके बाल सफ़ेद हो रहे हैं तो इसके पीछे कोई कारण हो सकता है लेकिन अगर आपकी उम्र 50 साल से ऊपर है आपके झड़ रहे हैं तो वो साधारण है। तो अब हम बाते करेंगे की ततैया के छत्ते के तेल से बाल कैसे वापस आते हैं। हमने एक एक बहुत रिसर्चों से पता लगाया है कि ततैया का छत्ता (Yellow bee nest) में मेलिट्टिन (Melittin) होता है जो की बालों के विकास और वृद्धि को बढ़ाता है, ये ततैया के डंक में पाया जाता है जो कि एक प्रकार की प्रोटीन होती है जिससे बाल बढ़ते हैं। दूसरा होता है अपामिन (Apamin) जो कि बालों के प्रोटीन संश्लेषण को बढ़ाता है और जिससे बालों की संरक्षण और मजबूती बढ़ती है।

MCD Peptide हमारे बालों के विकास में बहुत जरूरी होता है ये बालों को पोषण देता है और आवश्यक पोषक तत्त्व भी उन तक पहुंचता है। Histamine (हिस्टामिन ) एक रासायनिक पदार्थ है जो की बालों तक खून के संचरण को बनता है ये बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है और बालों को लम्बा करने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसको बहुत सरे हेयर कंडीशनर्स में मिलाया जाता है ये केमिकल खतरनाक है लेकिन ये ततैया के छत्ते में पाया जाता है तो इसलिए ये इसका एक प्राकृतिक अंग है जो कि बिलकुल भी नुक्शानदायक नहीं है।

Lysine (लाइसिन) ये एक एमिनो एसिड होता है जो कि बालों के लिए प्रोटीन बनाने का महत्वपूर्ण है। ये बालों को स्ट्रांग करता है। Tyrosine (टायरोसिन) ये भी एमिनो एसिड होता है जो कि बालों के रंग को चुनता है की बालों का क्या होने चाहिए अगर इसकी कमी हो तो फिर बाल सफ़ेद होने लगते हैं और ये आपकी बॉडी के लिए भी जरूरी है। बालों में केरेटिन का काम करता है। और इसके बाद भी ततैया के छत्ते के अंदर Iron(आयरन ), Zink (ज़िंक), Potassium (पोटैशियम), Sodium (सोडियम), Silicon (सिलिकॉन), Aluminium (एल्युमीनियम), Magnesium (मैग्नेसियम) भी होते हैं। ये सब ततैया के छत्ते के में पाया जाता है इसकी वजह से आपके बाल वापस आ सकते हैं और अगर आप इसे 6 महीने उपयोग करते हैं और आपको गंजापन है तो बाल पुरे वापस आ सकते हैं। आपको ट्रंसप्लांट की जरूरत नहीं होगी। आप ततैया के छत्ते का तेल आर्डर करने के लिए यहाँ पर क्लिक करके आर्डर करें।

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ततैया का छत्ता के तेल से नए बाल उगाएं !

ततैया का छत्ता प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो की बालों के झड़ने और गंजापन को जड़ से ख़त्म कर देता है। इसके बारे में बाबा रामदेव ने भी बताया है की ततैया का छत्ता तेल से नए बाल उगते हैं और अगर आपके बाल ज्यादा झड़ रहे हैं या कम उम्र में बाल झड़ रहे हैं तो आप ततैया के छत्ते का तेलं उपयोग करें, इससे 15 दिन में आपके बाल झड़ना बंद हो जायेगा और आपके नए बाल 1 से 1.5 महीने में आना शुरू हो जायेंगे। ततैया के छत्ते का तेल खरीदने के लिए यहाँ इस ततैया का आयल पर क्लिक करें।

ततैया के छत्ते का उपयोग आयुर्वेदिक बालों का तेल बनाने के लिए किया जाता है। ततैया का छत्ता एक आयुर्वेदिक औषधि है जो की ज्यादातर पानी वाले स्थानों पर पायी जाती है। ततैया का छत्ता भी 4 प्रकार का होता है, जिनमें होती हैं भारतीय पीली ततैया, लाल ततैया, येलो जैकेट ततैया, और होर्नेट। इनमे से आपको भारतीय पीली ततैया का छत्ता उपयोग करना ततैया के छत्ते का तेल बनाने के लिए अगर आप अमेज़न, फ्लिपकार्ट या जिओमार्ट से ततैया का छत्ता खरीद रहे हैं तो सावधान रहना वहां पर लोग इन तीनों प्रकार की ततैया का छत्ता बेच रहे हैं जो कि आपके लिए हानिकारक है और उससे आपको साइड इफ़ेक्ट भी हो सकता है। भारतीय पीली ततैया का छत्ता आप यहाँ से खरीद सकते हैं – Click here

ततैया के छत्ते का तेल कैसे बनाएं ?

ततैया के छत्ते का तेल बनाने के लिए आपके पास सबसे पहले भारतीय पीली ततैया का छत्ता होना चाहिए, गुड़हल के पत्तों का रस , नारियल का तेल , प्याज का रस , कद्दू के बीज का तेल(Pumpkin seed oil ) , Saw Pallmeto oil , आंवला , रीठा , शिकाकाई , भृंगराज , ब्राह्मी और नीम के पत्ते। ये सभी जड़ी बूटियां होनी चाहिए और इससे बनाने का प्रोसेस नीचे वीडियो में बताया है।

ततैया छत्ता कहा मिलेगा ?

भिरड का छत्ता या ततैया का छत्ता आपको हमारी वेबसाइट से मिल जायेगा जिससे आप अपने लिए घर पर ततैया के छत्ते का आयुर्वेदिक तेल बना सकते हैं। आप ततैया का छत्ता यहाँ पर क्लिक करके खरीद सकते हैं – Click here
या आप ततैया के छत्ते का आयुर्वेदिक बना हुआ तेल यहाँ से भी खरीद सकते हैं – Click here

कौन सा छत्ता उपयोग करें तेल बनाने के लिए ?

बालों का तेल बनाने में भारतीय पीली ततैया \ भिरड का छत्ता उपयोग करते हैं जो हमारे यहाँ भारत में ज्यादातर पानी वाली जगाहों पर पायी जाती है। छत्ते चार प्रकार के होते हैं – पीली ततैया का छत्ता , होर्नेट , लाल ततैया , येलो जैकेट ततैया का छत्ता। ये चार प्रकार के हैं और इन सब का छत्ता एक जैसा ही होता है और ये बहुत ही खतरनाक होता है जिससे आपको नुकशान हो सकता है और आपके सिर में सूजन आ सकती है इसलिए छत्ता ध्यान से और परख कर ही खरीदीं। असली भारतीय पीली ततैया का छत्ता खरीदने के लिए यहाँ पर क्लिक करें – Click here

ततैया के छत्ते में क्या है जो बालों के लिए

ततैया के छत्ते में बहुत सारे रासायनिक गुण पाए जाते हैं जो कि बाल उगाने में सहायक होते हैं, और बालों के टूटने को भी बंद कर देता है। ततैया के छत्ते में मेलिट्टिन पाया जाता है जो की बालों की ग्रोथ के लिए जरूरी होता है , अपामिन ,MCD पेप्टाइड , हिस्टामिन और Lysine और Tyrosine भी पाया जाता है जो की बॉडी में हर जगह पर बालों की ग्रोथ की लिए होता है। एमिनो एसिड भी पाया जाता है जो की आपके बालों के लिए और आपकी बॉडी के लिए भी अच्छा होता है। और गहन जानकारी के लिए आप वीडियो देखें।

ततैया के छत्ते का तेल कहाँ से खरीदें ?

ततैया के छत्ते का खरीदने के लिए आप हमारी वेबसाइट से ततैया के छत्ते का तेल आर्डर कर सकते हैं। असली आयुर्वेदिक ततैया भिरड के छत्ते का तेल –
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आज के समय में ज्यादा बाल झड़ने के क्या कारण है ?

तनाव और ज्यादा सोचना – आज के समय में लोग अपने आप पर ध्यान न देखर अपने काम और अपने पैशन को ज्यादा कीमत देते हैं और बिलकुल भूल जाते हैं कि हमारा शरीर कोई आधुनिक मशीन नहीं है जिसके किसी पार्ट के ख़राब ही जाने से उसे बदला जा सके इसलिए हमारे शरीर का हर हिस्सा और अंग एक निश्चित समय तक सही रह सकता है और अगर उसकी देखभाल सही समय पर न हो तो वह ख़राब हो जाता है तो इसलिए अपने काम को एक तरफ रख अपने आप को तनाव मुक्त रहना चाहिए।

  • कम भोजन करना – ज्यादातर लोग को खाना खाते हैं क्योंकि उनको लगता है अगर कम खाना खाएंगे तो मोटे नहीं होंगे हालाँकि ये ठीक है कम खाना खाओ लेकिन बहार से जो बर्गर, पेटीज, चाउमीन और मोमोज़ कहते हैं वो ना तो आपके खाने की पूर्ती करता है और ना ही आपके बालों को पोषक तत्त्व मिल पते हैं।

रासायनिक पदार्थ का उपयोग – आज के समय में जितने भी शैम्पू और बालों सम्बंधित प्रोडक्ट हैं उनको केमिकल से बनाया जाता है जिसमें से के एक केमिकल तो सब में होता है सोडियम लॉरेल सल्फेट जो कि झाग बनता है और दूसरा होता है थैलेट्स जो सबसे खतरनाक होता है आदमियों के लिए ये स्पर्म काउंट को काम करता है वीर्य में और इससे नपुंसकता भी हो सकती है। ये ज्यादार पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स में खुसबू बढ़ाने के लिए मिलाया जाता है और ये सब आपके हेयर फॉलिकल्स को कमजोर बनाते जिससे बाल झड़ते हैं।

  • बालों की देखभाल – जब आप अपने बालों को ही अच्छे से देखभाल नहीं करते हैं कोई भी शैम्पू इस्तेमाल करते हैं या कोई भी हेयर आयल यूज़ करते हैं तो आपके बाल झड़ने के ये कारण भी हो सकता है। किसी भी दुसरे व्यक्ति का तौलिया इस्तेमाल ना करें इससे इन्फेक्शन होता है और बाल झड़ने की समस्या भी है।

  • एंड्रोजेनेटिक गंजापन – ये एक मुख्य कारण होता है जिसमे ज्यादातर लोगों के बाल झड़ते हैं और इससे बाल इतने झड़ते है कि गंजापन आ जाता है। यह एक हार्मोनल बदलाव होता है जिससे बालों की जड़ों को पोषण नहीं मिल पता है और बाल टूटने लगते हैं।

क्या मास्टरबेशन से बाल झड़ते हैं ?

  • दोस्तों बालों के झड़ने से मास्टरबैशन का कोई लेनादेना नहीं है ये हो सकता है अपने आपने खानपान पर ध्यान ना दिया हो या फिर आपकी दिनचर्या ही ख़राब हो न आपके कोई काम करने का समय फिक्स है न आपके घूमने का, खाने का और वेब सीरीज देखने का तो ये सब कारण झड़ने के हो सकते हैं। मास्टरबैशन से कोई सीधा प्रभाव बालों के झड़ने से नहीं होता है ये हो सकता है आपके अंदर हार्मोनल बदलाव आये हैं तो आपके बाल झाड़ सकते हैं लेकिन ज्यादा नहीं झड़ेंगे और गंजापन भी नहीं आएगा।

बालों के झड़ने को रोकने का आयुर्वेदिक इलाज ?

  • आयुर्वेद में बालों के झड़ने को रोकने एक बहुत ही अच्छा उपाय है जो की बाबा रामदेव ने बताया है ततैया के छत्ते का तेल ये बालों के झड़ने को आसानी से रोकता है और जवानी में सफ़ेद हुए बालों को काला करने में मदद करता है। बाबा रामदेव ने बताया है कि ततैया छत्ता तेल से 15 दिन के उपयोग से बाल झड़ना बंद हो जाता है और अगर किसी को गंजेपन की भी शिकायत है तो उसमें भी 3 महीने में बाल आना शुरू हो जाता है। इस तेल का कोई भी नुकशान नहीं है। इसका परिणाम भी बाबा ने बताया है कि ततैया के तेल से हमने सैकड़ों लोगों के बाल झड़ने की समस्या को समाप्त किया है। आप भी ये तेल खरीदना चाहते हैं तो इस ततैया का तेल पर क्लिक करके खरीद सकते हैं।